नई मुंबई : महाराष्ट्र में बाल विवाह के चौंकाने वाले मामले सामने आए हैं। राज्य के आदिवासी जिलों में पिछले तीन साल में 15 हजार से ज्यादा नाबालिग लड़कियां गर्भवती हो चुकी हैं. महिला एवं बाल विकास मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने मंगलवार को विधान परिषद में यह जानकारी साझा की. उन्होंने बताया कि प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य के 16 आदिवासी बहुल जिलों में पिछले तीन वर्षों में 15,253 किशोरियां मां बनी है।
मंत्री लोढ़ा विधान परिषद में बाल विवाह पर एक सवाल का जवाब दे रहे थे। लोढ़ा ने लिखित जवाब में कहा कि जो आंकड़े सामने आए हैं उसके अनुसार विभाग ने इसकी जानकारी जुटाने के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है. यह पूछे जाने पर कि क्या पिछले तीन वर्षों में राज्य में 15,000 से अधिक बाल विवाह हुए हैं और क्या इनमें से 10 प्रतिशत को रोका गया है. इस पर लोढ़ा ने अपने लिखित जवाब में कहा कि यह आंशिक रूप से सच है।
बाल विवाह कुछ जनजातियों की परंपरा का हिस्सा : लोढ़ा
मंगल प्रभात लोढ़ा ने कहा कि कुछ जनजातियों में बाल विवाह प्रथा का हिस्सा है। इसलिए ऐसे मामलों की पहचान करना मुश्किल हो जाता है। उन्होंने स्वीकार किया कि राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण के अनुसार, केरल की तुलना में महाराष्ट्र में बाल विवाह की घटनाएं अधिक हैं। बाल विवाह निषेध अधिनियम के तहत 2019 से 2021 के बीच 152 आपराधिक मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें से 136 कोर्ट में हैं।